WEST BENGAL: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को भारी बहुमत मिलने पर भाजपा और उसके सहयोगी दलों में खुशी का माहौल है। एनडीए नेताओं ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की करिश्माई जोड़ी बता रही है सुशासन और विकास की जीत बता रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस शासन का अंत निश्चित ही खत्म होगा
WEST BENGAL: बिहार चुनाव में भारी जीते के बाद ही पश्चिम बंगाल विधानसभा विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने बिहार में एनडीए को मिली प्रचंड जीत के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि अगर भारत का चुनाव आयोग (ईसीआई) अगले साल पश्चिम बंगाल में भी बिहार की तरह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करेगा तो 15 साल के तृणमूल कांग्रेस शासन का अंत निश्चित ही खत्म हो जाएगा।
तृणमूल कांग्रेस के लम्बे शासन से ऊब चुकी जनता
WEST BENGAL: अधिकारी ने कहा कि बिहार की जनता ने निरंतर सामाजिक और आर्थिक विकास, महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाली एक सतत और स्थिर कानून-व्यवस्था और बेहतर शासन के लिए मतदान किया। वहीं पर पश्चिम बंगाल में लोग तृणमूल कांग्रेस के लम्बे शासन ऊब चुकी है । आने वाले विधानसभा चुनाव में कुशासन के खिलाफ मतदान करेंगे, जहां लोगों का जीवन बेलगाम भ्रष्टाचार, महिलाओं के खिलाफ अपराध की बढ़ती दर और कानून-व्यवस्था की स्थिति में भारी गिरावट से पूरा प्रदेश जूझ रहा है।
एसआईआर के बाद चुनाव कराए जाएंगे
WEST BENGAL: उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की तरह ही पश्चिम बंगाल में भी चुनाव आयोग द्वारा विशेष गहन समीक्षा (एसआईआर) के बाद चुनाव कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बिहार के नतीजे अगले साल पश्चिम बंगाल होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को ऑक्सीजन प्रदान करेंगे।
एसआईआर प्रक्रिया से घबराई हुई ममता
WEST BENGAL: अधिकारी ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस पहले से ही इस एसआईआर संशोधन प्रक्रिया से घबराई हुई है, जिसके बाद कई अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या मतदाताओं के नाम हटा दिए जाएंगे। वही पर ममता बनर्जी बंगाल में एसआईआर नही होने देना चाहती है क्योंकि उनको पता है कि अगर संशोधन होता है तो कई लाख मतदाता के नाम कट सकते है जिससे कही न कही नुकसान झेलना पड़ सकता है ।
भाजपा की अगली रणनीति बंगाल में भारी जीत
WEST BENGAL: वहीं, भाजपा के राज्य महासचिव जगन्नाथ चट्टोपाध्याय ने कहा कि 2024 में ओडिशा और 2025 में बिहार जीतने के बाद भाजपा की अगली रणनीति पश्चिम बंगाल 2026 में जीत की होगी। उन्होंने कहा कि अब पीछे मुड़कर देखने की कोई जरूरत नहीं है।
बंगाल की जमीनी हकीकत बिहार से अलग-घोष
WEST BENGAL: तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने बिहार चुनाव परिणामों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिहार के नतीजों का अगले साल पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल की जमीनी हकीकत बिहार से अलग है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार और तृणमूल कांग्रेस को अभी भी पश्चिम बंगाल की जनता का विश्वास प्राप्त है।
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