भारतवर्ष में नवरात्रि केवल एक पर्व नहीं, बल्कि श्रद्धा, संस्कृति और शक्ति की आराधना का अवसर होता है। उत्तर प्रदेश में इस बार चैत्र नवरात्रि का आयोजन खास बन गया जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पूरे प्रदेश में रामचरितमानस का अखंड पाठ शुरू हुआ और रामनवमी के दिन अयोध्या में श्रीरामलला के सूर्य तिलक के साथ उसकी पूर्णाहुति संपन्न हुई। इस राज्यव्यापी भक्ति अभियान ने आम जनमानस में उत्साह और श्रद्धा की नई लहर जगा दी।
इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए गौतम बुद्ध नगर के नोएडा क्षेत्र में, विशेषकर सेक्टर 3, पॉकेट-ए में, एक भव्य और अनुकरणीय धार्मिक-सामाजिक आयोजन संपन्न हुआ, जिसने श्रद्धालु जनों को भावविभोर कर दिया।
माँ दुर्गा के स्वरूप कन्याओं के चरण धोते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ — श्रद्धा, सेवा और संस्कृति का अद्भुत संगम।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ऐतिहासिक आह्वान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा चैत्र नवरात्रि के अवसर पर घोषित किया गया कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ किया जाएगा। यह पाठ 30 मार्च से आरंभ हुआ और 6 अप्रैल को रामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला के सूर्य तिलक के साथ इसका समापन हुआ।
इस पहल ने न केवल आध्यात्मिक चेतना को जागृत किया बल्कि संपूर्ण उत्तर प्रदेश को धर्म और भक्ति के सूत्र में बांध दिया।
नोएडा में धर्म, सेवा और समर्पण का भव्य उत्सव
योगी सरकार के इस राज्यव्यापी कार्यक्रम से प्रेरित होकर नोएडा सेक्टर-3 पॉकेट-ए की RWA ने एक अभूतपूर्व आयोजन की शुरुआत की। चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिनों में, शिव मंदिर परिसर को आकर्षक सजावट और माता रानी की झांकी से सजाया गया। मंदिर परिसर में दिनभर मंत्रोच्चारण, हवन, कन्या पूजन और फिर रात्रि जागरण के साथ भव्य भंडारे का आयोजन हुआ।
नोएडा में नवरात्रि के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं के बीच आयोजित विशाल भंडारा समारोह
कन्या पूजन: माँ दुर्गा के सजीव रूपों का सम्मान
नवमी तिथि के दिन देवी स्वरूप कन्याओं का विधिवत पूजन किया गया। इन्हें आदरपूर्वक आमंत्रित किया गया, चरण धोए गए, माथे पर तिलक लगाकर रोली, अक्षत और पुष्पों से पूजन किया गया। इसके उपरांत उन्हें स्वादिष्ट व्यंजन परोसे गए और उपहार (डान) स्वरूप वस्त्र, बर्तन व अन्य उपयोगी सामग्री भेंट की गई।
इस पूजन के माध्यम से समाज में कन्याओं की गरिमा, नारी शक्ति का सम्मान और सांस्कृतिक मूल्यों का पुनः स्मरण कराया गया।
रात्रि जागरण: भक्ति से गूंजा नोएडा का आकाश
रात्रि में माता रानी के चरणों में जागरण का आयोजन किया गया, जिसमें दिल्ली-एनसीआर के नामचीन भजन गायकों ने भाग लिया। जयकारों और भजनों की स्वर लहरियों से वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर उठा। भक्तों ने झूमते हुए माता रानी की महिमा का गुणगान किया।
विशेष भजन कार्यक्रमों में “तेरी द्वार पे आई माँ”, “मेरे अंगना में आजा शेरोंवाली” जैसे भजनों ने लोगों को भावविभोर कर दिया।
भंडारा: सेवा और सौहार्द्र का मिलन
रात्रि जागरण के समापन के बाद सुबह 11 बजे से भव्य भंडारे की शुरुआत हुई। पूड़ी, कद्दू की सब्जी, चने, हलवा और मिष्ठान्न का वितरण किया गया। भंडारे में हजारों की संख्या में श्रद्धालु सम्मिलित हुए और प्रसाद ग्रहण किया।
हर आने वाले श्रद्धालु का ससम्मान स्वागत किया गया और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा गया। RWA की ओर से यह सुनिश्चित किया गया कि किसी को कोई असुविधा न हो और सभी को प्रेमपूर्वक भोजन उपलब्ध कराया जाए।
समाज की एकता का परिचायक बना आयोजन
इस आयोजन की सबसे बड़ी विशेषता रही — जन भागीदारी। आमतौर पर इस तरह के आयोजनों में कुछेक परिवार ही सक्रिय रहते हैं, लेकिन इस बार पूरे सेक्टर ने इस आयोजन को अपना आयोजन मानकर इसमें भाग लिया। हर गली, हर ब्लॉक, हर परिवार ने तन, मन और धन से सहयोग दिया।
बुजुर्गों, युवाओं, महिलाओं और बच्चों — सभी ने अपनी-अपनी भूमिका निभाई। महिलाओं ने रसोई संभाली, युवाओं ने व्यवस्था, और बच्चों ने सजावट व स्वच्छता में योगदान दिया।
RWA की नवगठित टीम की शानदार पहल
सेक्टर-3 पॉकेट-ए की RWA की नवगठित टीम ने यह आयोजन कर यह संदेश दिया कि वे केवल प्रशासनिक कार्यों तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी उतनी ही गंभीरता और प्रतिबद्धता से निभा रही है।
टीम के सदस्यों का कहना था —
“हमारा उद्देश्य है कि सेक्टर-3 पॉकेट-ए को एक आदर्श, संस्कारित और संगठित समाज के रूप में विकसित किया जाए, जहां हर निवासी को गर्व हो कि वह इस समाज का हिस्सा है।”

स्थानीय निवासियों की उत्साही भागीदारी और प्रतिक्रिया
इस आयोजन में प्रमुख रूप से स्थानीय निवासी जनार्दन राय, जयपाल सिंह, नरेंद्र त्यागी, नीरज खारी, रेशम सिंह, विकास सिंह राठौर, ज्योति शर्मा, मोहन सिन्हा, रविंद्र सिंह चौधरी, मनोज कुमार, प्रवीन सोलंकी, रितेश सिंह, मनोज शर्मा, अशोक कसाना आदि ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।
इन सभी ने एक स्वर में कहा —
“ऐसा आयोजन वर्षों बाद देखने को मिला है। पूरे सेक्टर ने एक परिवार की तरह मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया। यह नई टीम की समर्पण भावना का प्रतीक है और हमें विश्वास है कि ऐसे आयोजन भविष्य में भी होते रहेंगे।”
एक सामाजिक-सांस्कृतिक संदेश
इस आयोजन ने यह सिद्ध किया कि जब समाज एकजुट होता है, तो वह केवल पूजा नहीं करता, बल्कि संस्कृति को जीवित करता है, बच्चों को संस्कार देता है, और सामाजिक सौहार्द्र की नींव मजबूत करता है।
यह आयोजन महज धार्मिक नहीं था, यह समाज के हर वर्ग को जोड़ने वाला, संस्कृति को संजोने वाला और सेवा भावना को बढ़ावा देने वाला एक आदर्श उदाहरण बन गया।
चैत्र नवरात्रि के इस पावन अवसर पर नोएडा सेक्टर 3 पॉकेट-ए में आयोजित यह कार्यक्रम एक उदाहरण है कि जब सरकार की पहल और समाज की सहभागिता एक साथ होती है, तो हर पर्व एक पर्व से बढ़कर एक उत्सव बन जाता है।
आज जब हम समाज में एकजुटता, सौहार्द्र और संस्कृति की पुनर्स्थापना की बात करते हैं, तो इस आयोजन जैसे उदाहरण हमें प्रेरणा देते हैं।