Jemimah Rodrigues Anxiety: एंजायटी आज के समय में बेहद आम लेकिन खतरनाक बीमारी है। ऐसे में इसका सही तरह से अथवा वक्त पर इलाज होना बहुत जरूरी होता है। हाल ही में भारतीय महिला क्रिकेटर जेमिमा रोड्रिग्स ने अपनी एंग्जाइटी और उससे जूझने के संघर्ष के बारे में खुलकर बताया है।
2 नवंबर 2025 भारत के लिए एक यादगार दिन बन गया है।
भारतीय महिला खिलाड़ियों ने वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका को हराकर शानदार जीत के साथ इतिहास रच दिया है।
हर कोई उनके खेल और जज्बे की तारीफ कर रहा है।
जब कोई खिलाड़ी देश के लिए खेलता है तो कड़ी मेहनत के साथ उसे संघर्ष से भी गुजरना पड़ता है।
कई बार खिलाड़ियों के खराब परफॉर्मेंस के चलते उन्हें दर्शकों से आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ता है। जिस वजह से मानसिक तनाव, अंदर से टूट जाना आम बात होती है।

मानसिक स्वास्थ्य पर बड़ा बयान
ऐसे में क्रिकेटर जेमिमा रोड्रिग्स ने खुलासा किया कि पिछले कुछ मैचों के दौरान एंग्जाइटी का शिकार हो रही थीं।
जेमिमा ने खुलासा किया था कि वह काफी लंबे समय एंग्जाइटी और सेल्फ डाउट की समस्या से परेशान रही।
साथ ही एंग्जाइटी के चलते वो मैचों शुरू होने से पहले लगभग हर दिन रोती थीं।
जेमिमा ने कहा,’टूर्नामेंट की शुरुआत में मैं बहुत स्ट्रेस से गुजर रही थी। मैं अपनी मां को फोन करती और पूरे समय रोती रहती थी, क्योंकि जब आप स्ट्रेस से गुजर रहे होते हैं, तो आप ब्लैंक महसूस करते हैं’
ऐसे में जरूरी होता है कि आपके पास आपका कोई अपना हो क्योंकि एंग्जाइटी से पीड़ित लोगों के लिए खुलकर बात करने के साथ अपनी फिलिंग्स को एक्सप्रेस करने की आवश्यकता होती है।
ऐसा करने से एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी परेशानियों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
लोग अक्सर अपने मेंटल हेल्थ को इग्नोर करते हैं, लेकिन मेंटल हेल्थ का ध्यान रखना उतना ही जरूरी है जितना फिजिकली फिट रहना होता है।
एंग्जाइटी के लक्षण
- उदासी और किसी काम में मन नहीं लगता है
- घबराहट और बेचैनी महसूस होती है
- सांस लेने में परेशानी होती है
- हाथ-पैर सुन्न या ठंडे पड़ने लगते हैं
- कई बार अचानक से दिल की धड़कन बढ़ जाती है
- टेंशन,नींद न आना और चक्कर आते हैं
- उल्टी, जी मिचलाना और पेट गड़बड़ हो जाता है
- थकान, कमजोरी और पसीना आता है
Anxiety: उपचार और जागरूकता
इस तरह की बीमारी में अगर स्थिति गंभीर हो तो आप किसी मनोचिकित्सा और कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी के जरिए एंग्जायटी डिसऑर्डर का इलाज करवा सकते हैं।
Disclaimer: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं।
सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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