Utpanna Ekadashi 2025: अगर किसी को एकादशी व्रत करने की शुरुआत करनी है तो उनके लिएउत्पन्ना एकादशी का दिन बहुत शुभ और फलदायक माना जाता हैइस बारउत्पन्ना एकादशी नवंबर के महीने मेंमनाई जाएगीकहते हैंयह वही दिन है जिस दिन एकादशी माता का जन्म हुआ थामान्यता है कि श्री हरि नारायण ने उत्पन्ना एकादशी के दिन माता को यह आशीर्वाद दिया था कि यदि कोई भी नर इस दिन व्रत करेगी तो उसके न सिर्फ इस जन्म के बल्कि पूर्व जन्म तक के पाप नष्ट हो जाएंगे।

उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा
Utpanna Ekadashi 2025: पौराणिक कथा में वर्णन है कि सतयुग के समय एक मुर नमक राक्षस था। जिसने अपने बल और पराक्रम से स्वर्ग तक में विजय प्राप्त कर ली थी। इसके बाद देवराज इंद्र भगवान शिव से उस राक्षस से बचाव का मार्ग प्राप्त करने के लिए कैलाश पहुंचे। इसके पश्चात भगवान शिव ने इंद्र देव को भगवान विष्णु के पास जाने की सलाह दी। देवताओं ने भगवान भोलेनाथ के कहे मुताबिक क्षीरसागर श्री हरि नारायण से राक्षस मुर का वध करके उससे मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की। प्रार्थना सुनने के बाद भगवान विष्णु ने राक्षस मुर से युद्ध किया, यह युद्ध कई वर्षों तक चला। युद्ध करते हुए भगवान विष्णु को नींद आने लगी, जिसके बाद वह एक गुफा में जा कर विश्राम करने लगे। जैसे ही राक्षस ने भगवान विष्णु को नींद में देखा मुर ने उन पर आक्रमण कर दिया। तभी एक कन्या ने भगवान विष्णु के शरीर से उत्पन होकर मुर से युद्ध करना शुरू कर दिया। अंततः कन्या ने मुर का सिर धर से अलग कर उसका वध कर दिया।
जब श्री हरि नारायण की नींद खुली तो उन्होंने देखा कि किस तरह माता एकादशी ने उनकी रक्षा की। जिससे प्रसन्न होकर उन्होंने देवी एकादशी को वरदान दिया कि जो भी व्यक्ति आज के दिन तुम्हारी पूजा करेगा उसके सभी पाप नष्ट हो जाएंगे अथवा उसे मोक्ष की प्राप्ति होगी।
किस दिन ओर समय मनाई जाएगी उत्पन्ना एकादशी
Utpanna Ekadashi 2025: इस बार उत्पन्ना एकादशी 15 नवंबर 2025 को मनाई जाने वाली है। यदि आप इस दिन व्रत करते है, तो पारण के लिए शुभ समय 01:10 PM से 03:18 PM माना जा रहा है। साथ ही उत्पन्ना एकादशी तिथि की शुरुआत 15 नवंबर 2025 को 12:49 AM बजे से होने वाली है और इसका समापन अगले दिन यानि 16 नवंबर 2025 को 02:37 AM बजे होगा।
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