HINDU YATRA : बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की “सनातन एकता पदयात्रा” रविवार को तीसरे दिन हरियाणा होते हुए वृंदावन की ओर बढ़ी। दिल्ली से प्रारंभ हुई इस यात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल हैं। यात्रा मार्ग पर जगह-जगह भक्तों ने फूल वर्षा कर स्वागत किया।
यात्रा के दौरान भक्ति और सादगी का अनूठा दृश्य देखने को मिला। शास्त्री ने सड़क किनारे बैठकर संतों संग पूड़ी–आलू की सब्ज़ी खाई और भक्तों को स्वयं प्रसाद परोसा। कथावाचक अनिरुद्धाचार्य भी यात्रा में शामिल हुए और भजन की धुनों पर झूमते नजर आए।

HINDU YATRA : इस दौरान एक युवक सुरक्षा घेरा तोड़कर शास्त्री जी के पास पहुँचा। सुरक्षा कर्मियों ने उसे पकड़ लिया, लेकिन शास्त्री जी ने बुलाकर शांतिपूर्वक बात की और उसे छोड़ने को कहा। कुछ देर बाद एक युवक रावण के वेश में पहुँचा। शास्त्री जी ने मुस्कराते हुए कहा “बताओ रावण जी, आज भगवान राम की शरण में क्यों आए हो?”युवक ने में जवाब दिया “भगवान राम की शरण में हूँ।” इस पर शास्त्री जी ने कहा “ये भगवान राम बोल रहे हैं, इसे मारा नहीं जाएगा।”
HINDU YATRA : पदयात्रा में बढ़ती भीड़ के बीच शास्त्री जी ने राष्ट्र और धर्म पर अपना संदेश दिया “हिंदुओं! भारतीय सेना को दान दो, ताकि हमारे जवानों के पास पर्याप्त गोला-बारूद हो। जब देश ही नहीं रहेगा तो धर्म की रक्षा कौन करेगा? देश बचेगा तभी धर्म बचेगा।” यात्रा अब वृंदावन की ओर बढ़ रही है। हर दिन हजारों श्रद्धालु इस सनातन एकता यात्रा से जुड़ रहे हैं। आयोजकों का कहना है कि यात्रा का उद्देश्य समाज में एकता, भक्ति और राष्ट्रप्रेम का संदेश फैलाना है।
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