Lucknow Police: योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के बावजूद प्रदेश में कुछ पुलिसकर्मी भ्रष्टाचार से बाज नहीं आ रहे हैं। राजधानी लखनऊ में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक दारोगा को दो लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी दारोगा की पहचान धनंजय सिंह के रूप में हुई है, जो निशातगंज चौकी प्रभारी के पद पर तैनात था।
गैंगरेप केस से नाम हटाने के लिए मांगी रिश्वत
Lucknow Police: मामला निशातगंज चौकी के अंतर्गत आने वाले महानगर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, एक गैंगरेप केस में आरोपी बनाए गए कोचिंग संचालक प्रतीक गुप्ता से दारोगा धनंजय सिंह ने उसका नाम हटाने के एवज में पहले 5 लाख रुपये की मांग की थी। बाद में सौदा 2 लाख रुपये में तय हुआ। प्रतीक गुप्ता ने रिश्वत मांगने की शिकायत एंटी करप्शन टीम से कर दी। इसके बाद टीम ने ट्रैप की पूरी योजना बनाई और तय जगह पर आरोपी दारोगा को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया।
पहले रिश्वत फिर फजीहत…
लखनऊ महानगर थाना पेपर मिल पुलिस चौकी दरोगा जी लाखों की रिश्वत लेते धराएं! pic.twitter.com/liRFtF5r9B— Tushar Rai (@tusharcrai) October 29, 2025
गिरफ्तारी के दौरान किया विरो
Lucknow Police: एंटी करप्शन अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही शिकायतकर्ता ने रुपये सौंपे, टीम ने मौके पर पहुंचकर दारोगा को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय उसने विरोध करने की कोशिश की, लेकिन टीम ने तुरंत उसे काबू में कर लिया और पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई। शिकायतकर्ता प्रतीक गुप्ता के अनुसार, उनके कोचिंग संस्थान में कार्यरत एक युवती ने नौकरी छोड़ने के बाद उन पर झूठा गैंगरेप का आरोप लगाया और 50 लाख रुपये की मांग की थी। गुप्ता ने आरोप लगाया कि दारोगा धनंजय सिंह ने इसी मामले में उनसे नाम हटाने के बदले रिश्वत मांगी थी।
विभाग में मचा हड़कंप
Lucknow Police: इस कार्रवाई के बाद लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में हड़कंप मच गया है। एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार दारोगा से विस्तृत पूछताछ शुरू कर दी है, वहीं वरिष्ठ अधिकारी पूरे मामले की कड़ी निगरानी कर रहे हैं।
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