Yoga for Spine Strength: आज के समय में जब व्यक्ति एक ही स्थान पर बैठकर घंटों तक कामों में लगा हुआ है, जिससे उनको कमर दर्द और रीढ़ की हड्डी की परेशानी आमतौर पर होती हैं। जिसे दावा लेकर शुद्ध ही ठीक किया जा सके, लेकिन योग ओर एक्सरसाइज के मदद से आप इस समस्या का समाधान कर सकते है।
रीढ़ की सेहत क्यों ज़रूरी है Yoga
Yoga for Spine Strength: हाल ही में भारत सरकार का आयुष मंत्रालय द्वारा कुछ ऐसे योगासन की सलाह दी गई है जिसे यदि आप अपनी दिनचर्या में अपना लेते है तो इससे आपकी रीढ़ की हड्डी मजबूत होने से साथ लचीली अथवा स्वस्थ रह सकती है। सिर्फ 4 आसनों के जरिए आप कई परेशानी से आराम पा सकते है। ये 4 आसान हैं भुजंगासन, मार्जरी आसन, सेतु बंधासन और पश्चिमोत्तानासन। मंत्रालय द्वारा इन सभी आसनों को करने के सही तरीके के साथ सभी से मिलने वाले फायदों के बारे में भी बताया है।
आयुष मंत्रालय की सलाह: सिर्फ 4 योगासन से मजबूत व लचीली रीढ़
1. भुजंगासन (Cobra Pose)

भुजंगासन- इस आसन के लिए आप सबसे पहले पेट के बल लेट जाए और दोनों हाथों को कंधों के नजदीक रखने से बाद सांस खींचते हुए छाती को ऊपर उठाएं। इसके बाद पीछे की तरफ झुके। ऐसा करने से कमर दर्द, कंधों की जकड़न के साथ स्लिप डिस्क में आराम मिलता है। इसे रोजाना 10 से 15 मिनट करने से आपकी पेट की चर्बी भी कम हो सकती है।
2. मार्जरी आसन (Cat–Cow Pose)

मार्जरी आसन- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप चौपाए की पोजीशन ले और सांस को छोड़ते हुए पीठ को ऊपर के तरफ गोल करें। फिर सांस लेते हुए पीठ को नीचे झुकाएं। इस आसन के जरिए आपकी रीढ़ की हर कड़ी को एक साथ मूवमेंट मिलता है। इसे रोजाना करने से ब्लड सर्कुलेशन, पीठ के ऊपरी हिस्से का दर्द सही होता है।
3. सेतु बंधासन (Bridge Pose

सेतु बंधासन- इस आसन को करने के लिए आपको अपने पीठ के बल लेटना होगा, जिसके बाद अपने घुटनों को मोड़ लें। ऐसा करने से आप कमर के निचले हिस्से, ग्लूट्स, जांघों और पेट की मांसपेशियों को मजबूत बना सकेंगे। खासकर, जिन लोगों को थायरॉइड, अस्थमा और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्या है उनके लिए यह लाभकारी हो सकता है।
4. पश्चिमोत्तानासन (Seated Forward Bend)

पश्चिमोत्तानासन- इसके लिए आप पैर सीधे करके बैठ जाए अथवा सांस छोड़ते हुए आगे की तरफ झुककर पैर की उंगलियों को पकड़ने का प्रयास करें। रोजाना इस आसन को 10 से 15 मिनट के लिए करें। यह आसान रीढ़ की पूरी लंबाई को स्ट्रेच करता है और पाचन तंत्र मजबूत, पेट की चर्बी कम, दिमाग को शांति करने में फायदेमंद है।
Disclaimer: इस लेख में दिए गए योगासन सामान्य जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किए गए हैं। ये किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह नहीं हैं। किसी भी योगासन करने से पहले डॉक्टर परामर्श अवश्य लें।
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