Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति के चर्चा का बाजार गर्म है। बयानबाजी का दौर भी जारी है। इस बीच बदलते मौसम की तरह चुनावी मौसम भी बदलता दिख रहा है। जिसके बाद अब ये पता लगाना मुश्किल हो गया है कि इस बार बिहार का सियासी ऊंट किस करवट बैठेगा। इस बीच चुनावी संग्राम अब घोषणापत्रों की जंग में बदल गया है। आज यानी शुक्रवार को NDA ने अपना घोषणापत्र जारी किया, जिसे ‘संकल्प पत्र’ नाम दिया गया है। वहीं, कुछ दिन पहले ही महागठबंधन ने अपना घोषणापत्र ‘तेजस्वी प्रण’ पेश किया था। जिसके बाद अब सवाल उठता है कि बिहार की ‘चुनावी जंग’ में जनता किसका घोषणा पत्र पसंद करती है और किसके हाथों में बिहार की कमान सौंपती है। तो चलिए डालते है दोनों पार्टियों के घोषणा पत्र पर एक नजर…
पहले जाने एनडीए के संकल्प पत्र के वादे
Bihar Election 2025: NDA ने 25 बड़े संकल्पों का वादा किया है। जिसमें रोजगार, शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर मेट्रो, एयरपोर्ट, फूड पार्क और महिलाओं के सशक्तिकरण तक सब कुछ शामिल है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बताया कि एनडीए का विजन बिहार को 21वीं सदी में ग्लोबल स्किलिंग सेंटर और औद्योगिक हब बनाने का है। NDA ने किए वादे…
- 1 करोड़ सरकारी नौकरी एवं रोजगार के अवसर सृजित किए जाएंगे।
- हर जिले में मेगा स्किल सेंटर स्थापित होंगे ताकि बिहार को ग्लोबल स्किलिंग हब बनाया जा सके।
- कर्पूरी ठाकुर किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सालाना ₹9,000 का लाभ मिलेगा।
- 7 एक्सप्रेसवे, 3600 किमी रेल ट्रैक का आधुनिकीकरण और 4 नए शहरों में मेट्रो सेवा शुरू होगी।
- हर घर को 125 यूनिट मुफ्त बिजली, ₹5 लाख तक मुफ्त इलाज और 50 लाख नए पक्के मकान का वादा।
- महिलाओं के लिए ‘महिला मिशन करोड़पति’, जिसमें 1 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जाएगा।
- मां जानकी की जन्मस्थली सीतामढ़ी को विश्वस्तरीय आध्यात्मिक नगरी के रूप में विकसित किया जाएगा।
- न्यू पटना ग्रीनफील्ड सिटी, दरभंगा, पूर्णिया व भागलपुर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण।
- AI, टेक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग, फिनटेक सिटी जैसे सेक्टरों में 1 लाख करोड़ से अधिक निवेश।
- 5 वर्षों में बिहार को बाढ़ मुक्त बनाने का संकल्प और ‘फ्लड टू फॉर्च्यून मॉडल’ के तहत विकास।
अब पढ़े महागठबंधन का ‘तेजस्वी प्रण‘
Bihar Election 2025: महागठबंधन ने मंगलवार को अपना विस्तृत घोषणा पत्र जारी किया था। जिसका नाम ‘तेजस्वी प्रण’ रखा गया। घोषणा पत्र में उन प्रमुख वादों को शामिल किया गया है, जिन्हें पिछले कुछ दिनों से आरजेडी नेता तेजस्वी यादव लगातार जनता के सामने रख रहे थे। महागठबंधन ने वादा किया है कि अगर राज्य में इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है, तो 20 दिनों के भीतर एक विशेष अधिनियम लाकर हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की व्यवस्था की जाएगी। मेनिफेस्टो में किए ये वादे…
- माई-बहन मान योजना के तहत महिलाओं को 1 दिसंबर से प्रतिमा 2500 की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
- पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाएगा.
- सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत विधवा और वृद्ध जनों को 1500 रुपया मासिक पेंशन दी जाएगी.
- प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए फॉर्म और परीक्षा शुल्क समाप्त किया जाएगा.
- सभी अनुमंडल में महिला कॉलेज की स्थापना की जाएगी.
- शिक्षकों, स्वास्थ्य कर्मियों सहित सभी सेवा के कर्मियों के गृह जिला के 70 किलोमीटर के दायरे में तैनात किया जाएगा.
- हर व्यक्ति को जन स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत 25 लाख का मुक्त स्वास्थ्य बीमा कराया जाएगा..
- मनरेगा में मौजूद 255 दैनिक मजदूरी को बढ़ाकर 300 किया जाएगा.
- किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सभी फसलों की खरीद की गारंटी दी जाएगी.
- सभी अल्पसंख्यक समुदायों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की जाएगी.
- अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस होगा. दिव्यांग पेंशन ₹3000.
- वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को पारदर्शी बनाया जाएगा.
- अति पिछड़ा वर्ग के लिए पंचायत तथा नगर निकाय में वर्तमान 20% आरक्षण को बढ़ाकर 30% किया जाएगा.
दोनों प्रमुख पार्टियों के मेनिफेस्टो जारी होने के बाद अब चुनावी मुकाबला वादों और योजनाओं की दिशा में आगे बढ़ चुका है। अब देखना यह होगा कि जनता किस पर भरोसा जताती है और बिहार के विकास की कमान सौंपती है।







